किच्छा: किच्छा चीनी मिल ने ग्राम स्तरीय कृषक गोष्ठी का आयोजन कर गन्ने की परम्परागत बुवाई से हटकर वैज्ञानिक विधि अपनाने की जानकारी दी। ग्राम हल्दूचौड़ में कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
किच्छा के ग्राम हल्दूचौड़ में एक ग्राम स्तरीय कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। उनके द्वारा वैज्ञानिक विधियों का अनुसरण कर गन्ना फसल की परम्परागत बुवाई पद्धति से हटकर वैज्ञानिक विधि से गन्ना बुवाई करते हुए सहफसल का समावेश कर अतिरिक्त लाभ अर्जित करने सम्बंध में जानकारी दी गयी। साथ ही गन्ने की जैविक खेती करने हेतु किसानों को प्रेरित किया गया।
किच्छा चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक ऋषिपाल सिंह द्वारा नवीनतम उन्नतशील गन्ना प्रजातियों जैसे अगेती प्रजाति में को०लख० 14201, को० 16202, को० 15023, को०पंत 12221, को०शा० 13235 तथा सामान्य प्रजाति में को० पंत 12226, को०पंत 13224, को० पंत 97222 एवं जल प्लावित क्षेत्र के लिये प्रजाति को0 98014 के सम्बंध में तथा उसके उत्पादन की नवीनतम तकनीकि के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए इनके गुणों से अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त, गन्ना बुवाई की वैज्ञानिक विधियों, पोषक तत्व प्रबंधन, गन्ने की उत्पादन बढ़ाने की विधियों की जानकारी दी गयी। पंतनगर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ गीता शर्मा और डॉ. मौर्य द्वारा गन्ना फसल में की जाने वाली समस्त कर्षण क्रियाओं के साथ ही गन्ना फसल में लगने वाले विभिन्न कीट जैसे दीमक, टॉप बोरर, कुरमुला की पहचान व उनकी रोकथाम तथा गन्ना फसल में लगने वाले रोग जैसे लाल सड़न (रैंड राट), स्मट व पोखा बोईंग आदि की पहचान व उसकी रोकथाम के बारे में तथा गन्ना फसल प्रबन्धन की विस्तृत जानकारी दी गयी।
चीनी मिल के अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मार्तोलिया ने बताया कि प्रत्येक कृषक को नवीनतम तकनीक के आधार पर गन्ने की खेती करनी चाहिए। साथ ही अपनी भूमि की जांच अवश्य करानी चाहिए। साथ ही अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मार्तोलिया ने कहा किसानों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल किया जाएगा ,पंतनगर के वैज्ञानिक अधिकारियों ने गन्ना कृषकों को उन्नत प्रजाति की गन्ना बीज की जानकारी, गन्ने की फसल में लगने वाली बीमारियों और उसमें प्रयोग की जाने वालीं दवाओं के बारे में बताया।इनके अतिरिक्त गोष्ठी में गन्ना प्रबंधक ऋषिपाल सिंह ,गन्ना सोसाइटी सचिव हल्द्वानी,गन्ना विकास निरीक्षक भूपेंद्र सिंह गन्ना पर्यवेक्षक प्रताप सिंह, सुधीर आहूजा, मदन कालरा, रविशंकर काण्डपाल, एवं गन्ना विकास निरीक्षक कु०कंचन शाही, आशाराम,विपिन कुमार, डॉक्टर गंगा दत्त,महेश चंद, सचिन कुमार ललित पंत, विशाल सेतिया, कमल सिंह, सूर्य प्रताप सिंह , मोहमद यूनुस के साथ किसान आदि उपस्थित थे।