मैं संघ का स्वयंसेवक हूं। पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। वर्तमान में कुछ लोग प्रदेश के भाग्य विधाता बने हुए हैं, जो मेरे राजनीतिक जीवन को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं। यह दर्द किसी आम कार्यकर्ता का नहीं बल्कि सूबे में पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके और वर्तमान में गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय का है। पार्टी और सत्ता में लगातार हो रही उपेक्षा पर बृहस्पतिवार को उनका सब्र जवाब दे ही गया। उन्होंने अपने आवास पर जुटे कार्यकर्ताओं से उनके साथ हो रही साजिश को समझने की बात कही। उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी पर खुलकर बोलते हुए बेबाकी से कहा कि गुटबाजी के चलते ही पार्टी के कुछ लोग उनके साथ साजिश कर रहे हैं। कहा कि कांग्रेस के लोग उनके के खिलाफ साजिश करते तो समझ में आता। लेकिन पार्टी के वे लोग साजिश रच रहे हैं, जिनका पार्टी को खड़ा करने में कोई योगदान नहीं रहा।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वर्तमान सत्ता में धंधेबाजी का ग्रुप चल रहा है। कुछ लोग भाग्य और धंधेबाजी की बदौलत भाजपा पर कब्जा कर चुके हैं। उनके विधानसभा क्षेत्र में गुटबाजी कराने की कोशिश की जा रही है। कहा जनता उनकी असली ताकत है।
मंत्री पद से हटा दिया, अब तो चैन से रहने दो
विधायक के भाषण में हाल में क्षेत्र में खेल छात्रावास के उद्घाटन में न बुलाने की टीस भी दिखाई दी। पार्टी के एक गुट की ओर इशारा करते हुए कहा कि मंत्री पद से तो हटा दिया, अब तो चैन से रहने दो। कहा कि मैंने भाजपा को खड़ा करने के लिए पसीना बहाया है। पार्टी को यूं ही बर्बाद नहीं होने देंगे। कहा कि भाजपा बचनी चाहिए। गाड़ी के चार पहियों में से एक पहिया बनकर पार्टी को सही दिशा में ले जाया जाएगा। वर्तमान की पार्टी की स्थिति केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचनी चाहिए। बहुत हो गया, अब व्यवस्थाओं को बदलना होगा।
नशे के सौदागरों के लिए आरक्षित करा दी सीट
विधायक पांडेय ने कहा कि दिनेशपुर बंगाली बाहुल्य क्षेत्र होने के बाद भी वहां के लोगों की भावनाओं को दरकिनार करते हुए नशे के सौदागरों के लिए निकाय की सीट आरक्षित करा दी गई। वहीं गूलरभोज में भी ऐसे कार्यकर्ता के सिर पर हाथ रखा जा रहा है, जिससे उनको कमजोर किया जा सके।