किच्छा:वेतन कटौती के आदेशों होने की जानकारी से सहकारी किच्छा चीनी मिल के श्रमिकों में आक्रोश फैल गया है। आक्रोशित श्रमिकों ने मिल गेट पर प्रदर्शन कर आक्रोश जताया।
चीनी श्रमिक संघ किच्छा से जुड़े श्रमिकों ने गुरुवार शाम पांच बजे मिल के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए कहा कि करीब साढ़े चार माह से वेतन के लिए परेशान हो रहे हैं, भारी आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं।
श्रमिक नेता ने कहा कि फरवरी में न्यायालय के आदेश के पश्चात हमारा वेतन रोका गया है। जिसे साढ़े चार माह हो गया है, अभी तक उन्हें वेतन नहीं दिया गया। 16 जून को बाजपुर चीनी मिल में गन्ना मंत्री का आगमन हुआ था। उनसे श्रमिकों ने पूर्व की भांति वेतन रिलीज करवाने का अनुरोध किया था, जिसमें उन्होंने श्रमिकों के हितों की पूर्ण रक्षा होने का आश्वास दिया था। जिससे श्रमिक उनके आश्वासन पर टिके हुए थे।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को हमें पता चला है कि श्रमिकों के वेतन कटौती के आदेश दिए जा रहे हैं। जिसमें जानकारी मिल रही है कि कुछ चीनी मिलों में कटौती के साथ वेतन जारी करने के आदेश हो चुके हैं। ऐलान किया कि श्रमिक किसी भी कीमत पर वेतन कटौती स्वीकार नहीं करेंगे। अब से 10 वर्ष पुराना वेतन हम नहीं लेंगे, चाहे इसके लिए हमें कितना भी संघर्ष करना पड़े हम करेंगे।
श्रमिक नेता ने बताया कि इस मामले को लेकर दो जुलाई को न्यायालय में सुनवाई होनी है, लेकिन इन्होंने सुनवाई का इंतजार भी नहीं किया है। कहा कि उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2018 में श्रमिकों को 20 करोड़ रुपये दिए थे, जिसमें उनका वेज एविजन वापस लिया था, लेकिन आज सरकार उस वेज एविजन को समाप्त कर रही है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में जो 20 करोड़ रुपये दिए गए थे। वह श्रमिकों के साथ ही कारखाने में कार्यरत अन्य कर्मचारियों के वेतन के लिए भी दी गई थी, लेकिन उन केंद्रीकृत कर्मचारियों के वेतन के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है, केवल मजदूरों के वेतन में छेड़छाड़ की जा रही है।
उन्होंने कहा कि शुगर वेज बोर्ड के मजदूरों को न तो चिकित्सा सुविधा मिलती है और ना ही किसी तरह का प्रमोशन दिया जाता है। मात्र वेतन के सहारे वह अपना व अपने परिवार का जीवन किसी तरह चला रहा है।
इस अवसर पर चीनी मिल श्रमिक संगठनों के मनोज यादव, त्रिलोक चंद्र, सूर्यप्रताप सिंह, इंद्र बनेशी, मनोज अग्रवाल, अजय श्रीवास्तव, तारादत्त उपाध्याय, भूपेंद्र पोखरिया, श्याम सुंदर, किशोरी लाल शर्मा, अनिल चौधरी, दीपक सक्सेना, अतुल गोयल, तीर्थराज राठौड़, मोहन स्वरूप, आसिम मलिक, इरफान, मीरा अधिकारी, मंजू सिंह ,एवं समस्त श्रमिक उपस्थित थे।

