किच्छा: सोशल मीडिया के माध्यम से “सामुदायिक पुलिसिंग” अर्थात पुलिस और नागरिकों की सामूहिक पुलिसिंग। पुलिसिंग को आम तौर पर एक कानून प्रवर्तन दर्शन के रूप में परिभाषित किया जाता है लेकिन सामुदायिक पुलिसिंग जो अधिकारियों को उस क्षेत्र में रहने और काम करने वाले नागरिकों के साथ एक मजबूत सम्बन्ध बनाने के लिए लगातार एक ही क्षेत्र में काम करने की अनुमति देता है। सामुदायिक पुलिसिंग मुख्य रूप से समुदायों के साथ सीधे संवाद करके और काम करके अपराधों को रोकने और उस क्षेत्र के समुदाय को अपनी सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से शामिल करके पुलिस सत्ता की गतिशीलता को बदलने पर समुदाय केंद्रित बनाना है। सामुदायिक पुलिसिंग कोई नई विधि नहीं है, मानक पुलिसिंग के कुरूप चेहरे को सकारात्मक रूप देना है पुलिस तथा जन समुदाय के बीच की खांई को पाटना है, सामुदायिक पुलिसिंग आर्थिक रूप से कुशल है और अपराधों को कम करने में प्रभावी उपाय है। सामुदायिक पुलिसिंग नागरिकों को बिना वर्दी की पुलिस बनने को प्रोत्साहित करती है, सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से हम पुलिस के कार्य को आम नागरिक के सहयोग से करवा कर पुलिस की बोझिल प्रणाली को भी कम कर सकते हैं तथा आम नागरिकों से अपनी सुरक्षा स्वयं करने का आत्मविश्वास जगाकर, उनमें सुरक्षा तथा विश्वास के भाव पैदा कर सकते हैं, आज के सोशल मीडिया के युग में आप सामुदायिक पुलिसिंग के पारम्परिक प्रणाली में सोशल मीडिया को सम्मिलित करते हुए अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं, इसे हम सोशल मीडिया सामुदायिक पुलिसिंग के नाम से परिभाषित कर सकते है।
सामुदायिक पुलिसिंग मे सोशल मीडिया के प्रयोग का कोतवाली किच्छा जनपद उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा एक सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली किच्छा सुन्दरम शर्मा द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के सहयोग से इस पहल को प्रारम्भ किया है, प्रभारी निरीक्षक किच्छा द्वारा समस्त कोतवाली किच्छा क्षेत्र को 07 हल्को में विभाजित किया गया है, प्रत्येक हल्का क्षेत्र में अधिकतम 6 स्थानीय निकाय इकाइयों जैसे ग्राम/वार्ड को रखा गया है, तथा सम्पूर्ण थाना क्षेत्र का हल्का चार्ट बनाया गया है, थाना किच्छा क्षेत्र में कल 36 स्थानीय निकाय इकाई है, जिसमें 19 ग्राम सभा तथा 17 नगरपालिका वार्ड सम्मिलित है, इन सभी स्थानीय निकाय ग्राम तथा वार्डो में अलग-अलग सोशल मीडिया “कम्युनिटी सुरक्षा समिति व्हाट्सएप ग्रुप” बनाए गए हैं, सभी व्हाट्सएप ग्रुप में वहा के जनप्रतिनिधि तथा जन जागरूक महिला तथा पुरुषों को सुरक्षा समिति का सदस्य बनाकर जोड़ा गया है, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली किच्छा द्वारा प्रत्येक ग्राम तथा वार्ड में जाकर वहा के लोगो के साथ गोष्ठी कर ग्रुप के उद्देश्य को बताकर, ग्राम तथा वार्डों में सुरक्षा समिति का गठन कर, बनाए गए “कम्युनिटी सुरक्षा समिति व्हाट्सएप ग्रुप” में जुड़ने हेतु जन सामान्य को प्रोत्साहित किया गया, जिसमें शहरी क्षेत्र में 17 नगरपालिका वार्डो तथा ग्रामीण क्षेत्र की 19 ग्राम सभाओं के अलग-अलग कुल 36 सोशल मीडिया *कम्युनिटी सुरक्षा समिति ग्रुप* बनाकर हजारों लोगो को जोड़ा गया है, वार्ड में उसी वार्ड से तथा ग्राम सभा में उसी ग्राम सभा के 1000 सदस्य को ग्रुप में जोड़ा जा सकता है, कोतवाली किच्छा पुलिस द्वारा इन ग्रुप के माध्यम से किच्छा कोतवाली किच्छा क्षेत्र के 36000 (छत्तीस हजार) लोगो को सोशल मीडिया से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली किच्छा द्वारा इन सभी 36 व्हाट्सएप ग्रुपो के सात *व्हाट्सएप कम्युनिटी ग्रुप* बनाए गए है, सभी सातों कम्युनिटी ग्रुप के एडमिन प्रभारी निरीक्षक कोतवाली किच्छा सुन्दरम शर्मा है तथा सभी सातों हल्का की कम्युनिटी ग्रुप के एडमिन सातों हल्का प्रभारियो को बनाया गया है, जिसके माध्यम से हल्का प्रभारी अपने किसी भी संदेश को ग्रुप के माध्यम से ब्रॉडकास्ट कर सकता है, इन कम्युनिटी सुरक्षा समिति व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से किच्छा क्षेत्र के आम जनमानस तथा कोतवाली किच्छा पुलिस के मध्य एक सीधा संवाद स्थापित हो गया है, प्रत्येक ग्राम का नागरिक जो व्हाट्सएप ग्रुप चलाना जानता है, इन व्हाट्सएप सुरक्षा समिति ग्रुप से जुड़कर ग्रुप तथा अपनी समस्याओं के लिए कोतवाली/थाना/चौकी के चक्कर नही काटने पड़ते हैं, बल्कि वह ग्रुप के माध्यम से अपनी समस्या को बताकर घर बैठे अपनी समस्याओ का निराकरण अपने हल्का/बीट कर्मी और हल्का प्रभारी व प्रभारी निरीक्षक किच्छा से सीधे समाधान कर रहा है तथा अपने गांव तथा वार्ड की समस्या के बारे में अच्छे सुझाव भी दिए जा रहे है, किच्छा कोतवाली क्षेत्र के वार्ड/गांव के लिए यह “कम्युनिटी सुरक्षा समिति व्हाट्सएप ग्रुप” सुरक्षा कवच का काम रहे तथा सम्पूर्ण थाना क्षेत्र के वार्ड तथा ग्राम सभा के जन जागरूक सदस्य अपने गांव को ग्रुप में जोड़ने हेतु प्रोत्साहित कर रहे है, जिससे और अधिक मजबूत सुरक्षा समिति के सदस्यों का चुनाव हो रहा है, जो पुलिसिंग कार्य में अधिक सहयोग प्रदान कर रहे है, इन सभी जागरूक नागरिकों के बीच में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा हो गया है जिससे पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु तथा अपराध नियंत्रण करने में अच्छे सुझाव तथा सूचना प्राप्त हो रही है। प्रत्येक महीने में हल्का प्रभारी द्वारा अपने सभी ग्राम तथा वार्डों में सुरक्षा समिति की अलग-अलग बैठक की जाती है तथा प्रभारी निरीक्षक किच्छा द्वारा हल्के की सभी ग्राम तथा वार्डों के सुरक्षा समितिया की एक गोष्ठी हल्का क्षेत्र में की जाती है तथा सम्पूर्ण थाना क्षेत्र में 07 हल्के होने के कारण प्रभारी निरीक्षक किच्छा द्वारा सुरक्षा समिति के सदस्यों के साथ-साथ 4 तारीख से लेकर 28 तारीख तक सम्पन्न की जाती है, तथा थाना क्षेत्र की सम्पूर्ण कम्युनिटी सुरक्षा समिति की बैठक माह के अंतिम दिवस थाना किच्छा पर की जाती है जिसमें थाना किच्छा के संपूर्ण 36 स्थानीय निकाय इकाई ग्राम तथा वार्ड के सुरक्षा समिति के सदस्य सम्मिलित होते है, इस सोशल मीडिया के माध्यम से सामुदायिक पुलिसिंग की इस पहल की किच्छा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों तथा आम नागरिकों द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा की गई। आम नागरिक इन ग्रुप से जुड़ने के लिए उत्सुक हैं, किच्छा पुलिस इन ग्रुपों में सम्पूर्ण थाना किच्छा क्षेत्र के 36000 लोगों को जोड़ सकती है, इस लक्ष्य को किच्छा पुलिस शीघ्र ही पूर्ण करेगी। कम्युनिटी ग्रुप से जुड़े सदस्य किच्छा क्षेत्र की आबादी का लगभग 50% हिस्सा, जो पुलिस से हर पल सीधा संवाद करेगा।
सोशल मीडिया सामुदायिक सुरक्षा समिति पुलिसिंग के सदस्यों द्वारा अभी तक कोतवाली क्षेत्र में अपराध नियंत्रण तथा थाना क्षेत्र को नशा से मुक्त करने के लिए महत्वपूर्ण सूचनाओं को पुलिस को प्रेषित की गई है, जिससे अपराध नियंत्रण तथा नशा मुक्ति हेतु किच्छा पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही की गयी। यातायात व्यवस्था के सम्बन्ध में, महिला सम्बन्धी अपराधों के सम्बन्ध में, साईबर अपराधों के सम्बन्ध में, बाहरी व्यक्तियों के सत्यापनो में भी कारगर साबित हुई है। *कम्युनिटी सुरक्षा समिति व्हाटसएप ग्रुपो” के द्वारा आपदा के दौरान तथा थाना क्षेत्र के किसी बच्चे और व्यक्ति के गुमशुदा होने के दौरान सूचना को त्वरित ढंग से आम जनमानस तक पहुंचाने और उस गुमशुदा बच्चे को उनके परिजनों को मिलाने में तथा लावारिश शव की शिनाख्त में विशेष योगदान रहा है। इन कम्यूनिटी सुरक्षा ग्रुप के माध्यम से थाना क्षेत्र के हजारों लोगो के पास संदेश एक मिनट में पहुंच जाता है। इस पहल का किसी भी संदेश (सूचना) को आम जनमानस तक फैलाने में अनोखा योगदान रहा है।
इन ग्रुप का योगदान कोतवाली क्षेत्र के जागरूक और सक्रिय सदस्य के चुनाव में भी महत्वपूर्ण रहा है, उक्त ग्रुप में जुड़े सदस्यो में ही थाने क्षेत्र की ग्राम/ वार्ड सुरक्षा समिति, महिला सामुदायिक समिति, पुरुष सामुदायिक समिति, तथा 06 प्रकार के वॉलिंटर (ट्रैफिक वॉलिंटियर ,डिजिटल वॉलिंटियर, महिला वॉलिंटियर , सामान्य वॉलिंटियर, ड्रग्स वॉलिंटियर, आपदा वॉलिंटियर) तथा स्पेशियल पुलिस ऑफिसर का चुनाव किया गया है, इनके भी अलग अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, सभी को मिलाकर एक “कम्यूनिटी व्हाट्सएप ग्रुप” बनाया गया है, जिसके माध्यम से इनके साथ संवाद किया जाता है, इन सदस्यों द्वारा भी कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने हेतु तथा अपराध नियंत्रण हेतु अपना विशेष योगदान दिया जाता है।
सोशल मीडिया के माध्यम से कम्युनिटी पुलिसिंग का यह रोल मैप किच्छा पुलिस द्वारा पुलिसिंग में प्रयोग किया जा रहा है, जिसका सकारात्मक परिणाम आ रहा है, नागरिक पुलिस में नियतन के सापेक्ष पुलिस बल कम होने के कारण सोशल मीडिया के माध्यम से कम्युनिटी पुलिसिंग को प्रयोग में लाया जा सकता है, जो पुलिस की अधिक बोझिल कार्य प्रणाली से छुटकारा पाने में भी सहायक सिद्ध हो सकती है।
*प्रभारी निरीक्षक सुंदरम शर्मा कोतवाली किच्छा जनपद उधम सिंह नगर मोबाइल नंबर94111112910*