उत्तराखण्ड के किच्छा चीनी मिल ने 10 जनवरी 2025 तक के गन्ने का किसानो को भुगतान कर दिया है। तमाम किसानों ने चीनी मिल के अधिशासी निदेशक का आभार जताया है। चीनी मिल के अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया किसानों के सहयोग से चीनी मिल उच्च गुणवत्ता की चीनी का उत्पादन कर रही है। किच्छा चीनी मिल अपने संसाधनों से किसानों का 10 जनवरी 2025 से आगे का भुगतान करने की दिशा में कार्य कर रही है। 10 जनवरी 2025 तक का भुगतान गन्ना समितियों को भेज दिया गया है। समितियों को तत्काल गन्ना भुगतान किसानों के खाते में जारी करने के निर्देश दिए है।अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने कहा कि किसानों से ताजा अगोला रहित गन्ना मिल को सप्लाई करने की अपील की, जिससे चीनी मिल अपनी बढ़त को अंत तक बनाए रख सके।उन्होंने आगे कहा कि गन्ने की उन्नतशील प्रजातियां 0118, 15023, 13235, 14201 ,की बुआई करने के साथ ही खेत में ट्राइकोडरमा दावा का प्रयोग अवश्य करें
किच्छा चीनी मिल के अधिशासी निदेशक श्री त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया, कि आज दिनांक 24.01.2025 को किच्छा चीनी मिल द्वारा दिनांक 01.01.2025 से दिनांक 10.01.2025 तक खरीदे गये गन्ने के मूल्य रु0 13.25 करोड़ का भुगतान आर०टी०जी०एस० के माध्यम से सम्बन्धित समितियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया है। इस प्रकार किच्छा चीनी मिल द्वारा अभी तक पेराई सत्र प्रारम्भ दिनांक 18.11.2024 से दिनांक 10.01.2025 तक क्रय किये गये गन्ने का गत वर्ष की दर से कुल गन्ना मूल्य रु0 61.73 करोड़ का भुगतान सम्बन्धित समितियों को कर दिया गया है। समितियों को निर्देशित किया गया है, कि गन्ना कृषकों के खातों में यथाशीघ्र गन्ना मूल्य का भुगतान सुनिश्चित किया जाये।
उपरोक्त के अतिरिक्त किच्छा चीनी मिल द्वारा आतिथि तक कुल 21.22 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर, 9.67 प्रतिशत टू-डेट चीनी परता प्राप्त करते हुये, कुल 2.02 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन किया गया है।
अधिशासी निदेशक श्री त्रिलोक सिंह मर्तोलिया द्वारा गन्ना कृषकों से अनुरोध किया गया है, कि सभी कृषक जड़ अगौला पत्ती रहित ताजा एवं साफ-सुथरा गन्ना आपूर्ति करें, जिससे चीनी मिल द्वारा अच्छा चीनी परता प्राप्त किया जा सके एवं अच्छी गुणवत्ता की चीनी का उत्पादन किया जा सके। कृषक भाईयों को सलाह दी जाती है कि, आगामी बुवाई सीजन में अच्छी व उच्च चीनी परता वाली गन्ना प्रजातियों की बुवाई करें। साथ ही कृषकों से यह भी अनुरोध किया जाता है, कि वे गन्ना समिति के माध्यम से एस०एम०एस० प्राप्त होने के पश्चात ही खेत में गन्ने की छिलाई करवायें, जिससे मिल को ताजा गन्ना प्राप्त होता रहे।






