किच्छा। चार दिन पहले किच्छा की बंगाली काॅलोनी में गोकशी में शामिल दो सगे भाईयों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। तस्करों की ओर से की गई फायरिंग के जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें पैर पर गोली लगने से दोनों घायल हो गए। दोनों घायलों को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया। एसएसपी ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और मामले की जानकारी ली।
बृहस्पतिवार की सुबह बंगाली काॅलोनी के पास नई काॅलोनी में कुछ युवकों को देखकर कट्टे में मांस भर रहे तस्कर फरार हो गए थे। गोकशी की सूचना पर बंगाली काॅलोनी के लोगों में आक्रोश फैल गया था
सूचना पर पहुंची पुलिस ने कट्टों में भरा डेढ़ क्विंटल प्रतिबंधित मांस बरामद किया था। लोगों ने धर्म विशेष के लोगों की दुकानें बंद करनी शुरू कर दी। पुलिस के साथ भारी संख्या में पीएसी लगाई गई थी व मामला किसी तरह शांत किया गया था।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने सोमवार की रात बताया कि पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के आधार पर घटना में लिप्त कफील, उसके भाई अजीम और मोनिश को चिन्ह्ति किया था।
सोमवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि किच्छा में पिपलिया मोड़ के पास कफील और अजीम गोवंशीय पशु काे काटने ले जा रहे हैं। सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी, एसएचओ धीरेंद्र कुमार के साथ पुलभट्टा थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी। दोनों तस्करों ने पिपलिया मोड़ से गोला नदी की तरफ जाने वाले रास्ते पर गोवंशीय पशु को बांधा था। वे पशु काटने की की तैयारी में थे कि वहां टीम पहुंच गई।
दोनों तस्करों ने तमंचों से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस की फायरिंग में कफील और अजीम के पैरों में गोली लग गई।
दोनों को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया। बताया कि गोकशी में लिप्त तीसरे तस्कर मोनिश की तलाश की जा रही है। मंगलवार को दोनों को अदालत में पेश किया जाएगा।
बाइट एसएसपी

