*मां का ममत्व काव्य कृति का विमोचन:-*
हल्द्वानी। प्रख्यात हिंदी और कुमाउनी साहित्यकार गौरी शंकर वशिष्ठ ‘निर्भीक’ की काव्य कृति “मां का ममत्व”का पुस्तक विमोचन कार्यक्रम आज सायं 6:00 बजे से रा.बा.इ. का. हल्द्वानी में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. पी.सी. बाराकोटी जी ने मां की ममता पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए। विशिष्ट अतिथियों में श्री दामोदर जोशी ‘देवांशु’, प्रो. प्रभा पंत, डॉ. दीपा कांडपाल, डाॅ. भगवती पनेरु, श्री रतन सिंह किरमोलिया, श्री जगदीश जोशी, कमांडेंट (सेवानिवृत्त) श्री आर,पी सिंह,डाॅ.दिनेश कर्नाटक द्वारा पुस्तक की बेहतरीन समीक्षा प्रस्तुत की गई। श्री गौरी शंकर वशिष्ठ ‘निर्भीक’ जी की सुपुत्री हेमलता जोशी (शिक्षिका) द्वारा उनके जीवन वृत पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर अनेक साहित्यकारों के साथ- साथ उपस्थित जनसमुदाय ने श्री गौरी शंकर वशिष्ठ ‘निर्भीक’जी की इस कृति की अंतर्मन से सराहना की। मां के विविध स्वरूपों का वर्णन, मां का ममत्व नामक इस काव्य संग्रह में किया गया है। लगभग 272पृष्ठों की इस काव्य कृति का प्रकाशन ‘अविचल प्रकाशन’ हल्द्वानी द्वारा किया गया है।बेहतरीन कविता संग्रह और लघु महाकाव्य के रूप में समावेशित इन भावपूर्ण कविताओं को बहुत ज्यादा पसंद किया जा रहा है। गौरी शंकर वशिष्ठ ‘निर्भीक’ द्वारा वर्ष 2016 से इस काव्य संग्रह पर अनवरत कार्य किया गया है। बेहतरीन आवरण सज्जा और सुंदर मुद्रण के साथ अपने भावों को पिरोने में पूर्ण सक्षम यह काव्य कृति सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी,ऐसी शुभकामनाएं सभी साहित्यकारों ने श्री गौरीशंकर बशिष्ठ ‘निर्भीक’ जी को दीं और कहा कि अगले एक-दो वर्ष में आपके द्वारा एक महाकाव्य जरुर लिखा जाना चाहिए। इस अवसर पर अनेक साहित्यकारों के साथ-साथ ‘अविचल प्रकाशन’के प्रकाशक एवं वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. गजेंद्र बटोही, श्री गोविंद बल्लभ बहुगुणा, विनायक जीवन जोशी, श्रीमती माधवी देवी, श्रीमती हेमलता जोशी, श्रीमती पुष्पलता जोशी डॉ. दिनेश जोशी, ममता जोशी पाठक, नमिता पाठक, कृष्णा बिष्ट,प्रताप सिंह, आनंद सिंह ठठोला, मदन सिंह बिष्ट,दिनेश पाण्डेय, बीना बड़शिलिया,इंदिरा तिवारी,डाॅ. विवेक पाण्डेय,गिरीश काण्डपाल,त्रिलोक बृजवासी, राजकुमार भंडारी,ब्रिगेडियर धीरेश जोशी, विपिन पांडे सहित अनेक,मित्र, साहित्यकार और कवि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ.प्रदीप उपाध्याय ने किया।






