विधायक तिलक राज बेहड़ ने किच्छा पुरानी गल्ला मंडी स्थित रेलवे फाटक पर अंडरपास बनाए जाने की मांग को किया मुखर |
रेल मंत्री समेत अधिकारियों को लिखे पत्र व जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर से की मुलाक़ात |
किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने किच्छा महाराणा चौक के निकट पुरानी गल्ला मंडी रेलवे फाटक पर लगने वाले जाम से लोगों को निजाद दिलाने हेतु अंडरपास बनाएं जाने की अपनी मांग को मुखर कर दिया है इस सम्बन्ध में 4 जून को उनके द्वारा स्थलीय निरीक्षण भी किया गया और अंडरपास बनने की संभावनाए तलाशी और इन सम्भावनाओं और अपनी मांग को लेकर देश के रेलवे मंत्री माननीय श्री अश्वनी वैष्णव, जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर,मंडल रेल प्रबंधक बरेली,उपजिलाधिकारी किच्छा को पत्र लिखे व जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर नितिन भदौरिया से मुलाक़ात कर पत्र प्रेषित किये और इस फाटक से नगरवासियों को होने वाली परेशानियों से अवगत कराया और साथ ही संज्ञान में लाया कि किच्छा के प्रुमख धार्मिक स्थल जैसे सनातन धर्म मंदिर,श्री गुरुसिंह सभा गुरुद्वारा साहिब,साईं मंदिर,बाल्मीकि मंदिर,रामलीला ग्राउंड तथा अन्य धार्मिक संस्थान भी पुरानी गल्ला मंडी में स्थित है जिसमें जाने के लिए रोजाना सेकड़ों की तादात में श्रद्धालुओं को फाटक पार करके जाना पड़ता है तथा धार्मिक संस्थाओं को भी धार्मिक आयोजन कराने में रेलवे फाटक पर जाम लगने के कारण बहुत सी परेशानिया आती है |
विधायक तिलक राज बेहड़ ने पत्र के माध्यम से रेल मंत्री माननीय श्री अश्वनी वैष्णव जी को अवगत कराते हुए कहा कि किच्छा विधानसभा के अंदर किच्छा नगर में शहर के बीचो-बीच रेलवे लाइन बनी हुई है.जो कि देश की आजादी से पूर्व लखनऊ,बरेली,भोजीपुरा से होते हुए काठगोदाम तक जाती थी,यह परिवर्तित करके बड़ी लाइन पिछले कुछ समय से बना दी गई है,जिसके कारण दिनभर में लगभग 15 ट्रेने रेलवे लाइन से होकर गुजरती हैं. किच्छा नगर पालिका क्षेत्र में कुल 20 वार्ड है यह वार्ड रेलवे के दोनों तरफ बनें हुए हैं. उत्तर प्रदेश में भी गोलापुल जाने वाले लोगों को फाटक पार करके जाना पड़ता है. लगभग 40 वर्षो पूर्व से किच्छा का साप्ताहिक हाट बाजार भी प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को फाटक के पूरब में ही लगता है जिसमें हजारों की तादात में लोगो को क्रासिंग पार करके पूरब की तरफ जाना पड़ता है,किच्छा शहर में साप्ताहिक हाट बाजार लगने के लिए और कोई स्थान भी उपलब्ध नहीं है.इन दोनों ही दिन में पूरे शहर में जाम की स्थिति अनियंत्रित रहती है | किच्छा नगर पालिका द्वारा भी फाटक के पूरब की तरफ ही 6 एकड़ भूमि में ट्रचिंग ग्राउंड तथा गौशाला प्रस्तावित है तथा पालिका द्वारा भूमि खरीद ली गयी है और पालिका प्रशासन को पूरब के वार्डो का कूड़ा एकत्रित करने गाड़ियाँ भेजने में बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है गाड़ियाँ अक्सर जाम में फंस जाती है | फाटक पार पूरब की तरफ रह रहे लोगों को अमरजेंसी पड़ने पर समय पर कई बार एम्बुलेंस और फायर बिग्रेड भी नहीं पहुच पाती है और लोगो की जान-माल का जोखिम बढ़ जाता है |
शहर के बीचो-बीच निकट महाराणा प्रताप चौक शहर का मुख्य चौक है,रेलवे फाटक बंद होने के कारण अक्सर शहर के बीचों-बीच भयंकर जाम लगा रहता है | बड़ा दुर्भाग्य है आज तक ना रेलवे प्रशासन ने ना ही जिला प्रशासन ने कभी भी जाम से निजात दिलाने का कोई ठोस उपाय किया है |
बेहड़ ने कहा कि जिस तरह से रेलवे विभाग के द्वारा पूरे देश के अंदर रेलवे क्रॉसिंग पर जाम लगने के कारण ओवर ब्रिज तथा अंडर पास बनाए जा रहे हैं परंतु किच्छा शहर के अंदर से गुजरने वाली रेलवे लाइन के बारे में नहीं सोचा गया.घनी आबादी होने के कारण यहां ओवरब्रिज बन पाना मुश्किल है महाराणा प्रताप शहर का मेंन चौक है,यहां पर अंडरपास बनाया जाना अत्यंत आवशक है,संजय पार्क से लेकर गल्ला मंडी की ओर अंडरपास बनाए जाने की अपार संभावनाएं हैं | इस अंडरपास को बनाए जाने का प्रस्ताव जिला स्तर अथवा रेलवे विभाग स्तर पर बनाया जाए ताकि किच्छा के आम-जनमानस को जाम से निजात मिल सके |
रेल मंत्री माननीय श्री अश्वनी वैष्णव जी को एक अन्य पत्र के माध्यम से विधायक तिलक राज बेहड़ ने अवगत कराते हुए कहा कि दिनांक 30-5-2025 को रेलवे फाटक पर दोपहर 3:50 से लेकर लगभग सांय 5:00 तक बंद रखा गया,भीषण गर्मी में एक घंटे से अधिक भयंकर जाम लगा रहा और सैकड़ो लोग उस जाम में फंस गए और शहर में ट्रेफिक व्यवस्था चरमरा गयी,वह स्वंय भी उस जाम में 1 घंटे तक फसें रहे. कई बार पूछने पर गेटमैन(फाटक चालक) द्वारा उत्तर दिया गया कि कोई बड़ा अधिकारी रेलवे से गुजरने वाला है इस कारण फाटक बंद रखा गया है | 5:00 बजे उक्त अधिकारी का जब रेलवे का डब्बा निकालने के पश्चात फाटक खोला गया तत्पश्चात पुनः एक रेल पीछे से आ रही थी फिर से फाटक को बंद कर दिया |
बेहड ने रेल मंत्री से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए तथा उक्त अधिकारी के खिलाफ कठोरत्तम कार्यवाही की जाए |






